
विश्व पर्यटन दिवस पर केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने किया शुरू देखो अपना देश
मनोहर शर्मा
दमोह-दमोह सांसद .केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री प्रहलाद पटेल विश्व पर्यटन दिवस पर आज देखो अपना देश कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस अवसर पर एक लोगो का लोकार्पण भी किया जाएगा, इस वर्ष खजुराहो को फिर से विश्व पटल पर उभारने और वहां देशी विदेशी पर्यटन बढ़ाने का अभियान भी प्रारंभ किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जबलपुर में विश्व स्तरीय जिओलॉजी पार्क भी विकसित किया जा रहा है. केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने विश्व पर्यटन दिवस की शुभकामनाएं देते हुए इस वर्ष देशी पर्यटन बढ़ाने का आह्वान किया है। पर्यटन मंत्रालय पर्यटकों को लुभाने देखो अपना देश के नाम से अभियान शुरू कर रहा है। इस अवसर पर एक लोगो भी जारी किया। श्री पटेल गांधीजी के उस कथन को मंत्रालय का सूत्र वाक्य बना रहे हैं कि भारत गांवों में बसता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्रालय देश में पर्यटन स्थलों का विकास करने पर जोर दे रहा है। उन्होंने साँची में सिंहली भाषा में साइन बोर्ड लगवाए। अब खजुराहो पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। खजुराहो विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल है, इसका आकर्षण और अधिक बढ़ाने की दिशा में काम किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी से चर्चा की गई है। मुंबई से खजुराहो सीधी फ्लाइट शुरू करने के साथ ही कुछ विदेशी फ्लाइट भी चलाने कि बात की गई है। खजुराहो के आसपास एक बड़ा गोल्फ कोर्स बनाने की मध्य प्रदेश के अधिकारियों से चर्चा हुई है। इसे उन्नीस होल वाला विश्व स्तरीय गोल्फ कोर्स बनाया जाना है। आस पास के पर्यटन स्थलों का भी विकास किया ज्येगा। जबलपुर से खजुराहो तक हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने की बात चल रही है। जबलपुर में विश्व स्तर का जिओलॉजी पार्क विकसित किया जाएगा, जिसमें डायनासोर के अवशेष होंगे। इसके लिए लमेटा पार्क का चयन किया गया है। यहां एक एंटरटेनमेंट पार्क भी बनाया जाएगा. श्री पटेल का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पूर्वें अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में कहा था कि 2022 तक कम से कम पंद्रह पर्यटन स्थलों की यात्रा हर व्यक्ति करे। देशी पर्यटन को बढ़ावा देने का यह अच्छा तरीका होगा। इस पर पर्यटन मंत्रालय काम कर रहा है । इन माउंट टूरिज्म आत्म निर्भर देश में अपना योगदान देगा। इसीलिए देखो अपना देश स्लोगन चलाया जा रहा है। घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने की दृष्टि से कई कदम उठाए जा रहे हैं। गांवों पर फोकस किया जा रहा है। स्थानीय होटलों को सीधे पर्यटन मंत्रालय से जोड़ा जा रहा है। इसके लिए साथी पोर्टल बनाया गया है, इससे होटल सीधे जुड़ जाएंगे और अपना व्यवसाय बढ़ा सकेंगे.