राजनैतिक
हाईकमान करेगा समाधान, डैमेज कंट्रोल के लिए एलर्ट, अंतिम दौर तक चली खींचतान, मंगलवार को लेंगे शपथ
रविशंकर पाठक एमपीसीजी एक्सप्रेस न्यूज़

हाईकमान करेगा समाधान, डैमेज कंट्रोल के लिए एलर्ट, अंतिम दौर तक चली खिंचतान, मंगलवार को लेंगे शपथ।
सतना :- लंबी कवायद के बाद भी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर आपसी सहमति राजधानी भोपाल में नहीं बन पाई है यही वजह है कि सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूरी तैयारी के साथ पार्टी हाईकमान के पास जाएंगे और वहीं से विभिन्न मुद्दों का समाधान करते हुए हरी झंडी कैबिनेट विस्तार के लिए दी जाएगी। दिल्ली से वापस लौटते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्यपाल से मिलने राजभवन जाएंगे और मंत्रियों को शपथ दिलाने का आग्रह करेंगे।
लगातार ऐसे समीकरण सामने आए हैं जिन्हें बारीकी से सुलझाने के लिए पार्टी को पूरा जोर लगाना पड़ेगा, चंबल- ग्वालियर संभाग की 16 सीटों पर उपचुनाव होने हैं यहां से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा अरविंद भदौरिया की कैबिनेट में प्रवेश नहीं कराना चाहते हैं। इसी तरह के समीकरण मध्य प्रदेश के लगभग सभी संभागों में बन रहे हैं। कुछ ऐसे जिले हैं जहां पर सियासी और जातिगत समीकरण फीट नहीं बैठ रहे हैं।
संघ मुख्यालय समिधा पहुंचे सीएम, दो घंटे चली मंत्रणा –
पिछले दो माह से शिवराज सिंह चौहान की सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कवायद चल रही है पर अभी तक यह काम फाइनल नहीं हो पाया, विभिन्न तरह के मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को राजधानीभोपाल में बने संघ मुख्यालय समिधा पहुंचे, यहां पर पूरे दो घंटे तक मुख्यमंत्री ने संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया, सीएम ने विभिन्न मुद्दों पर संघ और भाजपा संगठन के नेताओं से फाइनल बातचीत कर ली है अब दिल्ली में पार्टी हाईकमान कैबिनेट सूची को हरी झंडी प्रदान करेगा, जबलपुर संभाग से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व ईश्वरदास रोहाणी के पुत्र अशोक रोहाणी का नाम पार्टी ने आगे बढ़ाया है वहीं पूर्व मंत्री अजय विश्नोई की भी प्रबल दावेदारी बनी हुई है बालाघाट से पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन की जगह युवा चेहरा रामकिशोर कांवरे को पार्टी कैबिनेट में लेना चाहती है। दोनों ही ओबीसी वर्ग से आते हैं।
गिरीश गौतम और केदारनाथ शुक्ला की मजबूत दावेदारी –
मध्य प्रदेश के सभी संभागों में उलटफेर की संभावना जताई जा रही है। पिछले पंद्रह सालों में भाजपा सरकार का हिस्सा बनकर मलाई छानने वाले नेताओं को आराम देने का काम सुनियोजित तरीके से पार्टी कर रही है उज्जैन संभाग से पारस जैन की जगह चैतन्य कश्यप का नाम पार्टी ने आगे बढ़ाया है। इंदौर से ऊषा ठाकुर और रमेश मेंदोला के बीच खींचतान मची हुई है, यदि विवाद नहीं सुलझा तो मालिनी गौड़ के नाम पर सहमति बनाने का प्रयास किया जाएगा, भोपाल से संगठन ने विष्णु खत्री का नाम बढ़ाया है जबकि संघ और वरिष्ठ भाजपा नेताओं की पसंद रामेश्वर नीखरा हैं।
रीवा संभाग से ओबीसी कोटे से अमरपाटन विधायक रामखेलावन पटेल और सीधी जिले के आदिवासी कुंवर सिंह टेकाम का नाम संगठन ने आगे बढ़ाया है। जबकि रीवा संभाग से देवतालाब विधायक गिरीश गौतम और सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला की मजबूत दावेदारी को लेकर दबाव बनाया जा रहा है जबकि सिंधिया गुट से पूर्व मंत्री इमरती देवी, प्रदुम्न सिंह तोमर, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसौदिया का नाम मंत्रिमंडल में शामिल हैं इनके अलावा बिसाहूलाल सिंह, हरदीप सिंह डंग, एदल सिंह कंसाना और रणबीर जाटव शिवराज कैबिनेट के संभावित चेहरे हो सकते हैं।