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नैनागिर :- प्रशासन द्वारा रख रखाव ना होने से चंदेल राजाओ के काल का तालाब समाप्त होने की कगार पर
राजू दुबे एमपीसीजी एक्सप्रेस न्यूज़

प्रशासन द्वारा रख रखाव ना होने से चंदेल राजाओ के काल का तालाब समाप्त होने की कगार पर।
चंदेल राजाओ के काल का तालाब प्रशासन के रख रखाव ना करने के कारण समाप्त होने की कगार पर।
जैन तीर्थ नैनागिरी की शान कहे जाने बाले महावीर तालाब जो 14 एकड़ के रकवे मैं फैला है अतिक्रमण ओर रख रखाव मैं समाप्त होता जा रहा है।
नैनागिरी के मंदिरो के मध्य मैं चंदेल कालीन तालाब स्थित है जिससे यह कि सुंदरता के साथ साथ जल स्तर और गर्मियों मैं पशुओं के लिए बहुत बड़ा साधन है इस मगर तालाब को बायी ओर से धीरे धीरे एक तरफ अतिक्रमण करियो दुवारा खेती की जमीन मैं बदला जा रहा है।
और दाई ओर से इसके बधान कि दीवाल कही कही से गिर गई ओर कई जगह से छतिग्रस्त हो गई है उससे बरसात मैं तो ये तालाब लावा लव भर जाता है और मंदिरो के मध्य कमल पुष्पो के साथ अपनी सुंदरता बिखरता है ये विश्व प्रसिद्ध स्थल है और इसके दर्शन करने तालाब की सुंदरता देखने देश विदेश से यात्री आते है मगर बरसात के बाद रख रखाव के अभाव मैं सारा पानी बधना से रिसाव होने के कारण बह जाता है बहुत जल्दी इस तालाब की सुंदरता और जल निधि बर्वाद हो जाती है छेत्र के समाजसेवियों ओर कमेटी दुवारा कई बार शासन प्रशासन से मदद की गुहार लगाई मगर शासन ने इस औऱ धयान नही दिया कमेटी ओर समाजसेवियों ने आपने स्तर पर इसके बचाव के कई उपाय किये जिससे अभी तक इसका अस्तित्व बचा हुआ है।
बर्तमान समय मैं तालाब गहरीकरण के लिए मनरेगा या अन्य योजनाओं का उपयोग कर के यदि इस तालाब का संरक्षक किया जाना बहुत जरूरी है अन्यथा अतिक्रमण ओर राखराखव के अभाव मैं ये चंदेल कालीन महावीर तालाब दम तोड़ देगा